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15 अगस्त कविता 

 A Beautiful Poem On Independence Day In Hindi

15 August Independence Day Poem In Hindi

नमोनमोनमो।

नमो स्वतंत्र भारत की ध्वजानमोनमो!

नमो नगाधिराज – शृंग की विहारिणी!

नमो अनंत सौख्य – शक्ति – शील – धारिणी!

प्रणय – प्रसारिणीनमो अरिष्ट – वारिणी!

नमो मनुष्य की शुभेषणा – प्रचारिणी!

नवीन सूर्य की नई प्रभानमोनमो!

हम  किसी का चाहते तनिक अहितअपकार।

प्रेमी सकल जहान का भारतवर्ष उदार।

सत्य न्याय के हेतुफहर-फहर  केतु

हम विचरेंगे देश-देश के बीच मिलन का सेतु

पवित्र सौम्यशांति की शिखानमोनमो!

तार-तार में हैं गुँथा ध्वजेतुम्हारा त्याग!

दहक रही है आज भीतुम में बलि की आग।

सेवक सैन्य कठोरहम चालीस करोड़

कौन देख सकता कुभाव से ध्वजेतुम्हारी ओर

करते तव जय गानवीर हुए बलिदान,

अंगारों पर चला तुम्हें ले सारा हिंदुस्तान!

प्रताप की विभाकृषानुजानमोनमो!

By -  रामधारी सिंह ‘दिनकर

 बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर बाल कविता

सारे जहाँ से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा,

हम बुलबुलें हैं उसकी, वो गुलसिताँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का

वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

गोदी में खेलती हैं, जिसकी हज़ारों नदियाँ

गुलशन है जिनके दम से, रश्क-ए-जिनाँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना

हिंदी हैं हम वतन है, हिंदुस्तान हमारा  [ सारे जहाँ…..]

15 August Independence Day Poem Kavita In Hindi

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

सदा शक्ति बरसाने वाला,

प्रेम सुधा सरसाने वाला

वीरों को हर्षाने वाला

मातृभूमि का तन-मन सारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

स्वतंत्रता के भीषण रण में,

लखकर जोश बढ़े क्षण-क्षण में,

काँपे शत्रु देखकर मन में,

मिट जाये भय संकट सारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

इस झंडे के नीचे निर्भय,

हो स्वराज जनता का निश्चय,

बोलो भारत माता की जय,

स्वतंत्रता ही ध्येय हमारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

आओ प्यारे वीरों आओ,

देश-जाति पर बलि-बलि जाओ,

एक साथ सब मिलकर गाओ,

प्यारा भारत देश हमारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

इसकी शान  जाने पावे,

चाहे जान भले ही जावे,

विश्व-विजय करके दिखलावे,

तब होवे प्रण-पूर्ण हमारा,

झंडा ऊँचा रहे हमारा।

स्वतंत्रता दिवस पर बाल कविता हिंदी में 

Independence Day Poem In Hindi 

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का मतलब नहीं समझते

इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते, गाकर अपना राष्ट्रगान तिरंगे का सम्मान करते

कुछ देशभक्ति की झांकियों से, दर्शकों को मोहित है करते

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का सिर्फ यही अर्थ है समझते

वक्ता अपने भाषणों में, न जाने क्या-क्या है कहते

उनके अन्तिम शब्दों पर, बस हम तो ताली है बजाते

हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे, आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते

विद्यालय में सभा की समाप्ति पर, गुलदाना है बाँटा जाता

भारत माता की जय के साथ, स्कूल का अवकाश हो जाता

शिक्षकों का डाँट का डर, इस दिन न हमको कोई सताता

छुट्टी के बाद पतंगबाजी का, लुफ्त बहुत है आता

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, बस इतना ही समझते

आजादी के अवसर पर हम, खुल कर बहुत ही मस्ती है करते॥

15 August Independence Day Poem Hindi Kavita

आज़ाद माँ के सपूतनसों में गर्क हो रहे हैं
अँधेरे में घिर चुके जोउन्हें रौशनी दिखा दे
वतन की खातिरख़ुशी से जान भी दे दें
आन सलामत रहे वतन कीएहसास दिलादे

नारी मेरे वतन कीसीता भी हैझांसी भी
बस बेगानी सभ्यता सेथोडा सा बचा दे
चाँद को छूने वाला दिलक्या नहीं कर सकता
मेरे हर भारत वासी कोनित नया हौसला दे

हम हैं हिन्दुस्तानीहमारी शान हिन्दुस्तान
हमारी आन है तिरंगाहर जान को सिखा दे
कुरालीया ‘ क़र्ज़इस धरती का चुकाना लाजिम है
बची हर सांस अपनीबस राह में वतन की लगा दे

वतन से प्यार का ज़ज्बाहर दिल में जगा दे
वो शमा भगत सिंह वालीरग रग में जला दे

 15 अगस्त कविता 

Poem On Independence Day In Hindi For Nursery Class

नन्हे – नन्हे प्यारे – प्यारे, गुलशन को महकाने वाले

सितारे जमीन पर लाने वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के

नए जमाने के दिलवाले, तूफ़ानो से ना डरने वाली

कहलाते हैं हिम्मत वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के

चलते है हम शान से, बचाते हैं हम द्वेष से

आन पे हो जाएँ कुर्बान, हम बच्चे है हिंदुस्तान के

सारे जहाँ से अच्छाहिंदुस्तान हमारा,

हम बुलबुलें हैं उसकीवो गुलसिताँ हमारा 

परबत वो सबसे ऊँचाहमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा 

गोदी में खेलती हैंजिसकी हज़ारों नदियाँ
गुलशन है जिनके दम सेरश्क--जिनाँ हमारा 

मज़हब नहीं सिखाताआपस में बैर रखना
हिंदी हैं हम वतन हैहिंदुस्तान हमारा 

सारे जहाँ से अच्छाहिंदुस्तान हमारा,

15 August Swatantrata Diwas Poem Hindi Kavita

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चेआजादी का मतलब नहीं समझते
इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहरातेगाकर अपना राष्ट्रगान तिरंगे का सम्मान करते

कुछ देशभक्ति की झांकियों सेदर्शकों को मोहित है करते
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चेआजादी का सिर्फ यही अर्थ है समझते

वक्ता अपने भाषणों में जाने क्या-क्या है कहते
उनके अन्तिम शब्दों परबस हम तो ताली है बजाते
हम नन्हें-मुन्ने है बच्चेआजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते

विद्यालय में सभा की समाप्ति परगुलदाना है बाँटा जाता
भारत माता की जय के साथस्कूल का अवकाश हो जाता
शिक्षकों का डाँट का डरइस दिन  हमको कोई सताता

छुट्टी के बाद पतंगबाजी कालुफ्त बहुत है आता
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चेबस इतना ही समझते
आजादी के अवसर पर हमखुल कर बहुत ही मस्ती है करते..

15 August Swatantrata Diwas Short Poem Hindi Kavita

नन्हे – नन्हे प्यारे – प्यारेगुलशन को महकाने वाले
सितारे जमीन पर लाने वालेहम बच्चे है हिंदुस्तान के

नए जमाने के दिलवालेतूफ़ानो से ना डरने वाली
कहलाते हैं हिम्मत वालेहम बच्चे है हिंदुस्तान के

चलते है हम शान सेबचाते हैं हम द्वेष से
आन पे हो जाएँ कुर्बानहम बच्चे है हिंदुस्तान के

15 August Swatantrata Diwas Long Poem Aajadi Hindi Kavita

आज़ाद माँ के सपूतनसों में गर्क हो रहे हैं
अँधेरे में घिर चुके जोउन्हें रौशनी दिखा दे
वतन की खातिरख़ुशी से जान भी दे दें
आन सलामत रहे वतन कीएहसास दिलादे

नारी मेरे वतन कीसीता भी हैझांसी भी
बस बेगानी सभ्यता सेथोडा सा बचा दे
चाँद को छूने वाला दिलक्या नहीं कर सकता
मेरे हर भारत वासी कोनित नया हौसला दे

हम हैं हिन्दुस्तानीहमारी शान हिन्दुस्तान
हमारी आन है तिरंगाहर जान को सिखा दे
कुरालीया ‘ क़र्ज़इस धरती का चुकाना लाजिम है
बची हर सांस अपनीबस राह में वतन की लगा दे

वतन से प्यार का ज़ज्बाहर दिल में जगा दे
वो शमा भगत सिंह वालीरग रग में जला दे

15 August Kavita Independence Day Poem in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

15 August Kavita Independence Day Poem in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

जिस
 देश का कण-कण सोना होजिस देश की नारी देवी हो
जिस देश में गंगा बहती हैउस देश को भारत कहते हैं

जहां भाई-भाई में प्रेम होभाईचारे का नेम हो
जहां जात-पांत का भेद  हैउस देश को भारत कहते हैं

जहां नभ से भू का नाता हैजहां धरा हमारी माता है
जहां सत्य धर्म मन भाता हैउस देश को भारत कहते हैं !

15 August Hindi Kavita 

Independence Day Poem In Hindi Short

लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,

गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई,

 भारत माता तुझसे अनोखी
और अद्भुत माँ  हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी

माथे पर है बांधे कफ़न
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर
आजादी की रीत निभाई !

15 अगस्त कविता 

इंडिपेंडेंस डे पोएम इन हिंदी

स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी-विश्व का गान अमर है

देश-हित सबसे पहले है, बाकि सबका राग अलग है

आजादी के पावन अवसर पर, लाल किले पर तिरंगा फहराना है

श्रद्धांजलि अर्पण कर अमर ज्योति पर, देश के शहीदों को नमन करना है

देश के उज्ज्वल भविष्य की खातिर, अब बस आगे बढ़ना है

पूरे विश्व में भारत की शक्ति का, नया परचम फहराना है

अपने स्वार्थ को पीछे छोड़ककर, राष्ट्रहित के लिए लड़ना है

बात करे जो भेदभाव की, उसको सबक सिखाना है

स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी-विश्व का गान अमर है

देश-हित सबसे पहले है, बाकि सबका राग अलग है

15 August Independence Day Poem In Hindi

15 अगस्त का दिन है आया
लाल किले पर तिरंगा है फहराना
ये शुभ दिन है हम भारतीयों के जीवन का
इस दिन देश आजाद हुआ था

 जाने कितने शहीदों के बलिदानों पर
हमने आजादी को पाया था
भारत माता की आजादी की खातिर
वीरों ने अपना सर्वश लुटाया था

उनके बलिदानों की खातिर ही
भारत को नई पहचान दिलानी है
खुद को बनाकर एक विकसित राष्ट्र
एक नया इतिहास बनाना है

जाति-पातिऊँच-नीच के भेदभाव को मिटाना है
हर भारतवासी को अब अखंडता का पाठ है सिखाना
वीर शहीदों की कुर्बानियों को अब व्यर्थ नहीं है गवाना
राष्ट्र का उज्ज्वल भविष्य बनाकरआजादी का अर्थ है समझाना

15 अगस्त का कविता 

15 August Independence Day Poem In Hindi 

भारत माँ के अमर सपूतोपथ पर आगे बढ़ते जाना
पर्वतनदिया और समन्दरहंस कर पार सभी कर जाना

तुममे हिमगिरी की ऊँचाई सागर जैसी गहराई है
लहरों की मस्ती और सूरज जैसी तरुनाई है तुममे

भगत सिंहराणा प्रताप का बहता रक्त तुम्हारे तन में
गौतमगाँधीमहावीर सा रहता सत्य तुम्हारे मन में

संकट आया जब धरती पर तुमने भीषण संग्राम किया
मार भगाया दुश्मन को फिर जग में अपना नाम किया

आने वाले नए विश्व में तुम भी कुछ करके दिखाना
भारत के उन्नत ललाट को जग में ऊँचा और उठाना

 Poem In Hindi On Independence Day For India

आपसी कलह के कारण सेवर्षों पहले परतंत्र हुआ

पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीसको अपना देश स्वतंत्र हुआ

उन वीरों को हम नमन करेंजिनने अपनी कुरबानी दी
निज प्राणों की परवाह  करभारत को नई रवानी दी

उन माताओं को याद करेंजिनने अपने प्रिय लाल दिए
मस्तक मां का ऊंचा करनेको उनने बड़े कमाल किए

बिस्मिलसुभाषतात्या टोपेआजादभगत सिंह दीवाने
सिर कफन बांधकर चलते थेआजादी के यह परवाने

देश आजाद कराने को जबपहना केसरिया बाना
तिलक लगा बहनें बोलीभैयाविजयी होकर आना

माताएं बोल रही बेटाबन सिंह कूदना तुम रण में
साहस  शौर्य-पराक्रम सेमार भगाना क्षणभर में

दुश्मन को धूल चटा करकेवीरों ने ध्वज फहराया था
जांबाजी से पा विजयश्रीभारत आजाद कराया था

स्वर्णिम इतिहास लिए आयायह गौरवशाली दिवस आज
श्रद्धा से नमन कर रहा हैभारत का यह सारा समाज

जय हिन्द हमारे वीरों कासबसे सशक्त शुभ मंत्र हुआ
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीसको अपना देश स्वतंत्र हुआ

 15 August Par Hindi Kavita 

15 अगस्त कविता हिंदी में

आज तिरंगा लहराता है अपनी पूरी शान से।

हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

आज़ादी के लिए हमारी लंबी चली लड़ाई थी।

लाखों लोगों ने प्राणों से कीमत बड़ी चुकाई थी।।

व्यापारी बनकर आए और छल से हम पर राज किया।

हमको आपस में लड़वाने की नीति अपनाई थी।।

हमने अपना गौरव पायाअपने स्वाभिमान से।

हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

गांधीतिलकसुभाषजवाहर का प्यारा यह देश है।

जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है।।

प्रहरी बनकर खड़ा हिमालय जिसके उत्तर द्वार पर।

हिंद महासागर दक्षिण में इसके लिए विशेष है।।

लगी गूँजने दसों दिशाएँ वीरों के यशगान से।

हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है।

उसके आँचल की छैयाँ से छोटा ये संसार है।।

हम  कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएँगे।

सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा ही परिवार है।।

 विश्वशांति की चली हवाएँ अपने हिंदुस्तान से।

हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।

Kavita On 15 August In Hindi 

Independence Day Poem In Hindi Font

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा

सदा शक्ति बरसाने वाला, प्रेम सुधा सरसाने वाला

वीरों को हर्षाने वाला, मातृभूमि का तन-मन सारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा……..

स्वतंत्रता के भीषण रण में, लखकर जोश बढ़े क्षण-क्षण में

काँपे शत्रु देखकर मन में, मिट जाये भय संकट सारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा……….

इस झंडे के नीचे निर्भय, हो स्वराज जनता का निश्चय

बोलो भारत माता की जय, स्वतंत्रता ही ध्येय हमारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा…………….

आओ प्यारे वीरों आओ, देश-जाति पर बलि-बलि जाओ

एक साथ सब मिलकर गाओ, प्यारा भारत देश हमारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा……….

इसकी शान न जाने पावे, चाहे जान भले ही जावे

विश्व-विजय करके दिखलावे, तब होवे प्रण-पूर्ण हमारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा………..

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